पिछले कुछ सालों से न्यू ईयर पर 'सफ़दरजंग का मकबरा' जाना एक रिवाज़ सा बन गया है। और ये तस्वीर उसी रिवाज़ को पूरा करते हुए जनवरी के शुरुआती दिनों की है। सफ़दरजंग का मकबरा दिल्ली की सबसे ख़ूबसूरत जगह तो बेशक नहीं है पर सफ़दरजंग की लाल बालू से बनी पुरानी दीवारों और इसके माहौल में एक सुकून है। शायद इसका कारण कम लोगों की मौजूदगी, शान्ति और एकान्त का होना है। जो दिल्ली में गिनी-चुनी जगहों पर ही है।
सोचिए, वसंत के समय की हल्की ठंड में सफ़दरजंग के चारबाग़ में बैठे हुए सूरज की किरणों का चेहरे पर पड़ना, चिड़ियों का चहचहाना और अपने साथी के साथ कुछ मिठी बातें करना। हर किसी के लिए यादगार पल होगा। जो वो चाहकर भी कभी भूल नहीं पाएगा।
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